
Kalihanuvani PDF: Hello friends, In this post, we will provide the Kalihanuvani Book In Hindi written by Shunya. So you can download it in the Hindi language. This book was published by Seer Books Pvt Ltd. Stay tuned with this post and let’s enjoy it.
Kalihanuvani PDF
हनुमान भगवन श्री राम के महान भक्त थे। भगवान श्री राम के बाद यदि किसी का नाम स्मरण किया जाता है तो वो है हिन्दू धर्म के सबसे ताकतवर और लोकप्रिय हनुमान जी। इनकी बहादुरी और शोर्य कि कहानी तो हर किसी ने सुनी होगी। इनके किसे हमने रामायण और महाभारत में सुने है। रामायण काल में जन्मे हनुमान जी सेंकडो साल बाद महाभारत में भी जिन्दा थे।
इनके अस्तित्व को हम त्रेता युग से जानते है। कहा जाता है कि महाभारत कि लड़ाई से पहले हनुमान जी पांडवो से मिलने आये थे। पोरानिक कथाओ के अनुसार हनुमान जी को अमरता का वरदान प्राप्त था। हिन्दू ग्रन्थो में सभी देवताओ का वापस स्वर्ग में जाने का वर्णन मिलता है लेकिन शेष रहते है हनुमान जी। जिनके मरने या वापस स्वर्ग में जाने का कोई वर्णन नही मिलता है।
यह पुस्तक कर्म, बुद्धिमत्ता, बौद्धिक, संस्कार, चित्त विचार, भावना माया और मन के सभी आयामों को समझने के लिए पर्याप्त है। कलिहनुवाणी किताब आध्यात्मिक ज्ञान, समाज के लिए उत्थान, व्यक्ति को उसकी कल्पना से परे सोचने के लिए बहुत उपयोगी है। हर किसी को इसे पढ़ना चाहिए।
आठों योग सिद्धियों को प्राप्त करने वाले चिरंजीवी हनुमान जी ने अपना ब्रह्मज्ञान और अनुभव बाँटने के लिए कुछ विशेष आदिवासी शिष्य चुने थे। उन्होंने वचन दिया था कि वे हर 41 वर्ष पश्चात अपने शिष्यों की नई पीढ़ियों से मिलने आएँगे और उन्हें स्वयं ज्ञान प्रदान करेंगे। साथ ही हनुमान जी ने उन्हें एक मन्त्र भी दिया।
कालतंतु कारेचरन्ति एनर मरिष्णु।
निर्मुक्तेर कालेतव्म अमरिष्णु।।
इस मन्त्र को देते हुए हनुमान जी ने कहा कि जब भी तुम मेरे दर्शन करने चाहो तो इस मन्त्र का स्मरण करना में आ जाऊंगा। मजेदार बात यह है कि ये आदिवासी लोग श्री लंका के जंगलो में आज भी मोजूद है। इनका रहन-सहन और भाषा बिलकुल अलग है।
उसी शाश्वत वचन को निभाते हुए वे इस बार भी आए। घने जंगल से आच्छादित एक पर्वत पर उन्होंने अपने शिष्यों को प्राचीन ज्ञान नवीन ढंग से प्रदान किया। एक दिव्य लीला के अंतर्गत यह ज्ञान जंगल से बाहर ‘कलिहनुवाणी’ के रूप में पहुँच रहा है।
इस पुस्तक में 12 अध्याय हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं:
- दो माताओं से जना
- जलकन्या
- अवर्णीय का वर्णन
- समय के तार
- मृत्यु को हराना
- अभिशप्त आत्माएँ
- सहस्त्र जीवन
- लिंग कुंजी
- अपूर्ण
- अदृश्य चार
- जागृति विन्यास
- निरंतरता
About Kalihanuvani Book PDF
Book Name: | कलिहनुवाणी Kalihanuvani |
Author: | Shunya |
Pages: | 261 pages |
Genre: | Religion and Spirituality |
Publisher: | Seer Books |
Release Date: | 20 December 2020 |
Language: | Hindi |
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जयश्रीराम